पानीपत
ऐसा कोई नियम नहीं, फिर भी अफ़सर नहीं कर रहें लोगों के ज़रूरी काम… चुनावी मौसम के रंग शुरू

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद से आमजन के वे काम भी अफसरों ने करने बंद कर दिए हैं जो होने चाहिए। पेंशन, राशन कार्ड बनाते समेत कई काम अफसर टाल रहे हैं। अफसरों का तर्क है कि हमें क्लैरिटी नहीं है कि ये काम आचार संहिता के बीच होने चाहिए या नहीं, इसलिए न करने का ही फैसला लिया है।
अगर कोई राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र समेत अन्य सर्टिफिकेट बनवाने जाता है तो एक ही जवाब मिलता है कि आचार संहिता लगी है। चुनाव के बाद आना। वहीं डीसी सुमेधा कटारिया का कहना है कि सभी विभागों के अधिकारियों को आचार संहिता के बारे में बता दिया था।

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अब जल्द ही एक लिस्ट बनाकर भेजेंगे कि जनता से जुड़े वे कौन से काम इस दौरान कर सकते हैं और कौन से नहीं। हालांकि नियम के मुताबिक आचार संहिता लगने के बाद बुनियादी जरूरत से जुड़ा कोई भी कार्य नहीं रोका जा सकता। केवल नए डिवेलपमेंट के कार्य नहीं करवा सकते और जिन सरकारी योजनाओं से किसी को आर्थिक लाभ मिले उनके लिए नए आवेदन नहीं ले सकते।
आचार संहिता में किसी को लाभ पहुंचाने के काम नहीं हो सकते, रूटीन काम कराने के आप हकदार हंै
ये काम आचार संहिता में नहीं रुक सकते
पेंशन, आधारकार्ड, जाति, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, बिजली-पानी कनेक्शन लेने और साफ-सफाई संबंधित काम।
सड़कों की मरम्मत का काम (वर्कअॉर्डर पहले से जारी हो तो)
मकान के नक्शे उनके ही पास होंगे जिन्होंने पहले से आवेदन कर रखे हैं। नए आवेदन नहीं लिए जा सकते।
ये काम जो अभी नहीं हो सकते
1. कोई भी सार्वजनिक उद्घाटन, किसी भवन आदि का शिलान्यास। नए कामों की स्वीकृति।
2. जिन कामों से किसी को सीधे तौर पर किसी व्यक्ति विशेष या समुदाया को आर्थिक लाभ मिलता है। जैसे- बजट संबंधी मीटिंग नहीं हो सकती। 300 वर्ग गज के ऊपर के मकानों के निर्माण की इजाजत व भू-उपयोग परिवर्तन नहीं हो पाएगा।
3. नए बीपीएल राशन कार्ड जिन पर सस्ता राशन मिलता उसका नया आवेदन नहीं हाे सकता है, रेडक्रॉस आदि से किसी को आर्थिक मदद नहीं दे सकते। यह सब आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है।
वे काम जो क्लैरिटी न होने के कारण अफसर नहीं कर रहे
4. बुढ़ापा पेंशन के लिए नए आवेदन नहीं लिए जा रहे। पेंशन के लिए उम्र का वेरिफिकेशन करवाने के लिए मेडिकल नहीं हो रहे और दिव्यांग पेंशन के लिए भी नए मेडिकल करवाने में दिक्कत आ रही है।
5. छात्रवृति से लेकर विवाह शगुन योजना, विधवा पेंशन, निशक्त, लाडली पेंशन, निराश्रित बच्चों को वित्तीय सहायता, किन्नर भत्ता योजना, बोना भत्ता योजना, निशक्त छात्रवृत्ति, बेरोजगारी भत्ता, राजीव गांधी परिवार बीमा योजना, राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना आदि किसी के लिए भी आवेदन नहीं लिए जा रहे हैं।
6. नए राशन कार्ड बनवाना, पुराने में नाम जुड़वाना और कटवाना, बीपीएल कार्डों के लिए आवेदन नहीं हो रहे हैं। उज्जवला योजना के तहत नए गैस कनेक्शन भी नहीं मिल रहे हैं।
7. पीएम आवास योजना के लिए नए आवेदन नहीं लिए जा रहे। कुछ किस्तें पहले जारी हो गई थी पर अब नहीं जारी हो रही हैं।
8. सौर ऊर्जा पर सब्सिडी आदि के लिए भी आवेदन नहीं लिए जा रहे।
9. जिला परिषद की 15 मार्च को नए काम पास करने और उनके लिए बजट तय करने की मीटिंग तय थी लेकिन अब यह मीटिंग स्थगित कर दी गई है।
पब्लिक बोली-अफसर नहीं कर रहे काम
पेंशन के लिए सिविल अस्पताल से मेडिकल होना जरूरी है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी कह रहे हैं चुनाव के बाद आना। – सागर कालड़ा, माडल टाउन।
अफसर बोले-हम नियमों में उलझें हैं
जिन सरकारी योजनाओं से किसी को आर्थिक लाभ मिलता है उसके लिए नए आवेदन नहीं ले सकते। पुराने सभी आवेदनों पर काम चल रहा है। – रविन्द्र हुड्डा, समाज कल्याण अधिकारी।
राशन कार्ड में मेरा नाम गलत है। इसे ठीक नहीं किया जा रहा। अधिकारी कह रहे हैं कि चुनाव के बाद आना। – अंकित कश्यप, बिशन स्वरूप कालोनी।
जिन राशन कार्डों पर लोगों को राशन मिलता है उनके आवेदन नहीं ले सकते। नियमों को लेकर अभी सही स्पष्टता नहीं है, सीनियर से बात करेंगे। – अनीता खर्ब, डीएफएससी।
Source Bhaskar