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जहाँ आती नहीं थी एक डाक, आज उस डाकखाने में रोज़ आ रहे हैं 250 चिट्ठियाँ, कौन हैं ये लोग… कहाँ से आते हैं ये
साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को सुनारियां जेल में भी नए साल की बधाइयों का सिलसिला जारी है। 15 दिसंबर से भक्तों द्वारा नववर्ष के बधाई संदेश डाक द्वारा भेजे जा रहे हैं, जो 13 जनवरी तक जारी हैं। डाक विभाग के अनुसार हर रोज 200 […]
साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को सुनारियां जेल में भी नए साल की बधाइयों का सिलसिला जारी है। 15 दिसंबर से भक्तों द्वारा नववर्ष के बधाई संदेश डाक द्वारा भेजे जा रहे हैं, जो 13 जनवरी तक जारी हैं। डाक विभाग के अनुसार हर रोज 200 से 250 चिट्ठियां पहुंच रही हैं।
ये सभी चिट्ठियां सुनारियां पीटीसी में स्थित डाकघर में पहुंचती हैं। डाक विभाग ने चिट्ठियां बांटने के लिए एक कर्मचारी को रखा हुआ है। विभाग की मानें तो या तो सरकारी चिट्ठी यहां पहुंचती हैं,
या फिर गुरमीत राम रहीम की चिट्ठियां आती हैं। जेल प्रशासन पहले इन चिटि्ठयों की जांच करता है, इसके बाद गुरमीत राम रहीम तक इन्हें पहुंचाया जाता है।
अगस्त 2018 में आई थीं 1 टन चिट्ठियां, अपने खर्चे से ऑटो कर जेल तक पहुंचाई थी डाकिए ने
अगस्त 2018 में गुरमीत राम रहीम के जन्मदिन की वजह से सुनारियां जेल डाकघर में करीब एक टन चिट्ठियां आई थी। डाक विभाग ने इन्हें अॉटो के जरिए जेल तक पहुंचाया था। इनमें हजारों की तादाद में ग्रीटिंग कार्ड्स थे। ये सभी डाक हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री व साधारण डाक से पहुंचे थे।