चंडीगढ़
धुंध में अंधाधुंध एक्सीडेंट्स: जाम लगा देख पत्नी-बेटी को कार में छोड़ उतरकर आगे देखने गया पति,
Advertisement नए साल की सुबह कोहरे की वजह से पहला बड़ा हादसा हुआ। अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर डप्पर टोल प्लाजा के पास घोलूमाजरा में करीब 12 गाड़ियां टकरा गईं। 300 मीटर के दायरे में हुए इन हादसों में एक ऑल्टो कार में सवार मां-बेटी की माैके पर ही मौत हो गई, जबकि 9 महिलाओं समेत 12 […]
नए साल की सुबह कोहरे की वजह से पहला बड़ा हादसा हुआ। अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर डप्पर टोल प्लाजा के पास घोलूमाजरा में करीब 12 गाड़ियां टकरा गईं। 300 मीटर के दायरे में हुए इन हादसों में एक ऑल्टो कार में सवार मां-बेटी की माैके पर ही मौत हो गई, जबकि 9 महिलाओं समेत 12 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। घायलों को डेराबस्सी सिविल हॉस्पिटल एवं प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। इनमें बच्ची समेत तीन महिलाएं गंभीर जख्मी हैं, जो अब जीएमसीएच, चंडीगढ़ व इंडस अस्पताल, जवाहरपुर में दाखिल हैं।
कार तोड़कर पत्नी और बेटियों की बाहर निकाली लाश
पंचकूला की पावर कॉलोनी में रहने वाले 45 साल के संजय कुमार ने बताया कि वे बिजली विभाग में बतौर असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट तैनात हैं। वह पत्नी सीमा, दोनों बेटियों दिव्या (17) और दीक्षा (11) को ऑल्टो कार में लेकर कुरुक्षेत्र में बड़े भाई की रिटायरमेंट पार्टी में गए थे। मंगलवार सुबह वे पंचकूला लौट रहे थे। रास्ते में बहुत धुंध थी। उनके आगे धुंध में कोई वाहन खड़ा था, जिसे देख उन्होंने सही समय ब्रेक लगाकर कार रोक ली। वह उतरकर आगे देखने गए थे। कुछ सेकंड बाद जब वो लौटे तो पत्नी और बेटी की हालत देख दहाड़े मारकर रोने लगा। कार को एक मिनी बस ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी थी। उनकी कार आगे खड़े एक वाहन और बस के बीच फंसकर पिचक गई। बड़ी मुश्किल से कार तोड़कर पत्नी और बेटियों को बाहर निकाला। हाॅस्पिटल में डॉक्टर्स ने सीमा और दिव्या को मृत करार दिया।
एक ट्रॉले के कारण हुआ एक्सीडेंट…
डिजायर कार में देवीनगर के राजिंदर सैनी अपनी पत्नी मनजीत कौर व भाभी राज कौर के साथ नए साल पर अंबाला में पंजोखरा साहिब गुरुद्वारे में माथा टेक कर लौट रहे थे। धुंध में आगे रुकी ट्राॅली देख उन्होंने भी सही समय पर कार रोक ली। इसी बीच पीछे से रोडवेज बस ने उनकी कार को हिट किया, जिसमें उनकी कार ट्राॅली व बस के बीच पिचककर फंस गई। लोगों ने दरवाजे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। लैहली पुलिस चौकी इंचार्ज फूलचंद के अनुसार 300 मीटर के दायरे में तीन अलग-अलग लोकेशन पर गाड़ियां भिड़ीं। संजय के बयान पर मिनी बस चालक के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों मां-बेटी के शवों को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले कर दिया है। धुंध के अलावा हादसे की बाकी वजह की पड़ताल चल रही है।
इंडिकेटर और ब्लिंकर भी बंद थे…
हादसा चंडीगढ़ की ओर जाते समय दप्पर टोल प्लाजा पार करने पर सुबह करीब 8 बजे हुआ। जेसीबीएल कंपनी का एक कैंटर के आगे डिवाइडर के साथ दाईं ओर रुके हुए एक ट्राले से जा टकराया। कैंटर चालक सतबीर के अनुसार ट्राले के इंडिकेटर या ब्लिंकर भी बंद थे जिससे धुंध के कारण नजदीक आने पर ही ट्राला दिखाई दिया। उसने तेजी से वाहन बाईं ओर काटा, लेकिन फिर भी चालक साइड का हिस्सा ट्राले के पीछे जा टकराया। उसके पीछे राजस्थान रोडवेज की एसी बस टकराई और देखते ही देखते एक के पीछे एक कई वाहन एक दूसरे के पीछे टकराते गए।
कोहरा हो तो यह 7 बातों को रखें ध्यान…
1- स्पीड पर ध्यान रखें। गाड़ी की स्पीड आम दिनों से कम ही रखें।
2- ब्लिंकर्स को ऑन रखें, ताकि दूसरे वाहन चालकों को आपकी कार दिख सके।
3- मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। बाहर की आवाज सुनने के लिए शीशा थोड़ा भी नीचे रखें।
4- दूसरी गाड़ियों को ओवरटेक करने की कोशिश न करें, क्योंकि हादसा होने से थोड़ा लेट होना ज्यादा अच्छा है।
5- संभव हो तो सुबह-शाम को ड्राइव न करें, क्योंकि धुंध में ज्यादा हादसे इसी समय होते हैं।
6- लो बीम पर रखें लाइट। पीली लाइट को फाॅलो करें। कोहरे में गाड़ी ड्राइविंग करते समय हेडलैम्प्स को हाई बीम पर न रखें, इससे कोहरे में रोशनी फैल जाती है और सामने कुछ नजर नहीं आता।
7- आगे चल रही गाड़ी से दूरी बनाकर रखें। कोहरे में सड़कें गीली रहती हैं, इसलिए ब्रेक के लिए आगे वाली गाड़ी से दूरी बनाए रखना ठीक है।