करनाल
पानीपत में श’राब पार्टी के बाद पुंडरी में एक किसान की ह’त्या कर दी गई। उसके शव के कई अंगों को काट डाला।
Advertisement करनाल के पुंडरी गांव के किसान की बर्बर तरीके से ह’त्या कर दी गई। उसका शव घटना स्थल से तीन किलोमीटर दूर पल्हेड़ी गांव के पास भट्ठे में मिला। मृ’त शरीर पर चोट के 22 निशान मिले हैं। आरोपितों ने पहले श’राब पार्टी की और फिर कस्सी से वा’र कर हरिराम के गु’प्तांग और […]
करनाल के पुंडरी गांव के किसान की बर्बर तरीके से ह’त्या कर दी गई। उसका शव घटना स्थल से तीन किलोमीटर दूर पल्हेड़ी गांव के पास भट्ठे में मिला। मृ’त शरीर पर चोट के 22 निशान मिले हैं। आरोपितों ने पहले श’राब पार्टी की और फिर कस्सी से वा’र कर हरिराम के गु’प्तांग और टांगें का’ट दीं। ह’त्या की वजह का पता नहीं चला है। मृतक 1 जनवरी को खेत से लापता हो गया था। इस संबंध में परिजनों ने 3 जनवरी को घरौंडा थाने में अ’पहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुंडरी गांव के रामेश्वर ने बताया कि 1 जनवरी को उसका छोटा भाई हरिराम त्यागी (45) खेत में काम करने गया था। वहां से वह लापता हो गया। तलाश में जुटे परिजनों को पता चला कि उस रात हरिराम के साथ चंदन नामक युवक था। चंदन गांव के पास स्थित एएसी भट्ठे पर मजदूरी करता है।
नए साल का मना रहे थे जश्न
उसने बताया कि हरिराम के साथ चार अन्य लोग नए साल का जश्न मना रहे थे। थोड़ी देर बाद वह परिवार सहित वहां से चला गया। इसके बाद क्या हुआ उसे नहीं पता। उधर, 3 जनवरी को सुबह हरिराम के ताऊ संतलाल का नौकर खेत में गया तो उसने ट््यूबवेल की पाइप पर खू’न लगा देखा। कुछ दूरी पर ही हरिराम का कोट और पायजामा भी मिल गया। इसके बाद, परिजनों ने घरौंडा थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।
गड्ढा खोदा तो कटड़ा मिला
घटनास्थल पर खोजी कुत्ते के साथ पुलिस टीम पहुंची। कुत्ते की निशानदेही पर गड्ढा खोदवाया गया। यहां एक म’रा हुआ कटड़ा दबाया गया था। परिजन शनिवार सुबह हरिराम को ढूंढ़ते हुए पल्हेड़ी गांव के गणपति भट्ठा पहुंचे तो खदान में उसका शव मिला। शरीर पर सिर्फ बनियान और कच्छा ही था। कस्सी से एक टांग पूरी और एक टांग टखने के पास से काट दी गई थी। नाक भी कटी थी। शव की शिनाख्त न हो सके, इसलिए मुंह कुचल दिया गया था। सिर के बालों से उसकी पहचान हुई।
जानवरों ने भी श’व को नोंचा
घटनास्थल पर पहुंचकर डीएसपी सतीश कुमार वत्स और थाना सदर प्रभारी ने छानबीन की। डॉ. नारायण डबास व डॉ. पवन कुमार के बोर्ड ने पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया। डॉक्टर के अनुसार सिर में गहरी चोट और पांव के कटने से बहे खून से हरिराम की मौ’त हुई है। पेट पर गहरे घाव, पीठ पर ब्लंट निशान थे। शव को किसी जानवर ने भी नोंचा हो, ऐसी भी संभावना जताई गई है। शव दो से चार दिन पहले का है।
परिजनों का दावा- पुलिस ने की लीपापोती
हरिराम के भाई रामेश्वर ने आरोप लगाया कि घरौंडा थाना प्रभारी दीपक कुमार 3 जनवरी को खेत में खोजी कुत्ते को लेकर आए थे। खानापूर्ति के बाद पुलिस ने कोई सुध नहीं ली। रामेश्वर का दावा है कि 4 जनवरी को वह और उसके परिजन पल्हेड़ी के गणपति भट्ठे पर भी गए थे, लेकिन तब वहां शव नहीं था। हरिराम से तीन बड़े और दो छोटे भाई हैं। बड़ा भाई सुभाष व छोटा भाई सुरेंद्र विवाहित है। रामेश्वर, देवेंद्र व बिजेंद्र अविवाहित हैं।
चंदन ने पुलिस को बताए थे आरोपितों के नाम
मृतक के भतीजे रजनीश ने बताया कि एएसी भट्ठा मालिक ने चंदन को घरौंडा पुलिस को सौंप दिया था। चंदन ने पुलिस को चार और आरोपितों के नाम बताए थे।
अपहरण के बाद अब ह’त्या की धारा
इस बारे में घरौंडा थाना प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि हरिराम के लापता होने के दो दिन बाद परिजन उनके पास आए थे। तब अपहरण का मामला दर्ज किया था और हरिराम को ढूंढऩे में लापरवाही नहीं बरती गई है। अब इस मामले में ह’त्या की धारा जोड़ दी गई है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही ह’त्या की वजह का पता चल पाएगा।