पानीपत
पानीपत में 125 स्पीड ब्रेकर, बिना संकेतक बिना सफ़ेद पट्टी, जानलेवा और ख़तरनाक
Advertisement पानीपत. जीटी रोड पर बना स्टूल ब्रेकर, लेकिन उस पर सफेद पट्टी नहीं है। शहर की मुख्य सड़कों पर करीब 125 स्पीड ब्रेकर हैं। जिन पर न ही रेडियम पट्टी की गई है और न ही संकेतक लगाए हुए हैं। जीटी रोड पर बनाए गए टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर रात तो दूर दिन में […]
पानीपत. जीटी रोड पर बना स्टूल ब्रेकर, लेकिन उस पर सफेद पट्टी नहीं है।
शहर की मुख्य सड़कों पर करीब 125 स्पीड ब्रेकर हैं। जिन पर न ही रेडियम पट्टी की गई है और न ही संकेतक लगाए हुए हैं। जीटी रोड पर बनाए गए टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर रात तो दूर दिन में भी नजर नहीं आते हैं। कोहरे का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में हादसा हाेने की आशंका बनी रहती।
स्पीड ब्रेकर को वाहन की गति को नियंत्रित करने के लिए बनाया जाता है लेकिन स्पीड ब्रेकर के मानक भी होते हैं। जीटी रोड, असंध नहर के पास, गोहाना रोड, मॉडल टाउन, कुटानी रोड, सेक्टर- 11/ 12, सेक्टर- 13/17, सेक्टर- 25, सेक्टर- 29 पार्ट वन और टू आदि क्षेत्रों में करीब 125 स्पीड ब्रेकर बने हुए हैं। इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) के नियमों के तहत स्पीड ब्रेकर की ऊंचाई 10 सेंटीमीटर तक होनी चाहिए, लेकिन शहर की सड़कों पर बने ज्यादातर ब्रेकरों की ऊंचाई तो 15 सेंटीमीटर या इससे अधिक है। इसी कारण इनमें वाहन चालकों को झटके भी लगते हैं और वाहनों की बोंडी भी टच होती है। इससे वाहनों काे तो नुकसान पहुंच ही रहा है। सबसे बड़ी बात है कि वाहन चालकों में डिस्क प्रॉब्लम बढ़ती ही जा रही है।

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टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर की पट्टियां हो गई हैं धुंधली : जीटी रोड रात आठ बजे के बाद हाईवे में तब्दील हो जाता है। रात में वाहनों की रफ्तार बढ़ जाती है। गोहाना मोड़, संजय चौक, बस स्टैंड के सामने, स्काई लार्क के सामने टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर बनवाए गए हैं ताकि वाहनों की रफ्तार को लगाम लगाई जा सके। इसके लिए इन स्पीड ब्रेकर पर सफेद पट्टियां लगवाई गई हैं लेकिन यह पट्टियां धुंधली हो गई हैं। टायरों की कालिख और गंदगी जम गई है। जो न रात में दिखाई देती हैं और न ही दिन में। इसके चलते पास आने पर ही वाहन चालक को यह ब्रेकर दिखाई पड़ते हैं। जब तक वह ब्रेक लगा पाता है तब तक गाड़ी ब्रेकर पर चढ़ जाती है।
40 मीटर पहले होने चाहिए चेतावनी बोर्ड
इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) के नियमों के तहत स्पीड ब्रेकर की ऊंचाई 10 सेंटीमीटर व लंबाई 3.5 मीटर होनी चाहिए। वृत्ताकार क्षेत्र यानि कर्वेचर रेडियस 17 मीटर हो। वाहन चालक को सचेत करने के लिए इनके 40 मीटर पहले एक चेतावनी बोर्ड व रेडियम पेंट से बनी हुई सफेद पट्टियां होनी चाहिए। ताकि अंधेरे या कोहरे में भी वाहन चालक को स्पीड ब्रेकर की जानकारी मिल सके।
यहां स्पीड ब्रेकर खतरनाक
सेक्टर- 25 स्थित मित्तल मेगा मॉल के सामने, डाहर नहर, असंध रोड नहर, जीटी रोड स्थित अनाज मंडी मोड़ पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर बड़े हादसे काे दावत दे रहे हैं। मानकों के विपरीत इन ब्रेकर का निर्माण कराया गया हैै। यह स्पीड ब्रेकर दूर से दिखाई नहीं पड़ता है। कोई संकेतक भी नहीं लगाए गए हैं।