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सोनीपत: बहन को पेपर दिलाने आए भाई की गोली मारकर हत्या, स्कूल के बाहर बैठा था मृतक
Advertisement मदीना गांव में बहन की परीक्षा दिलाने गए राजेश (19) की गुरुवार दोपहर बाद गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि ग्रामीण सावन (16) घायल हो गया। हमलावरों ने घटना को उस समय अंजाम दिया, जब वह स्कूल के बाहर खाली पड़े मैदान में बैठा हुआ था। हमलावर स्कोडा गाड़ी में आए थे और घटना […]
मदीना गांव में बहन की परीक्षा दिलाने गए राजेश (19) की गुरुवार दोपहर बाद गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि ग्रामीण सावन (16) घायल हो गया। हमलावरों ने घटना को उस समय अंजाम दिया, जब वह स्कूल के बाहर खाली पड़े मैदान में बैठा हुआ था। हमलावर स्कोडा गाड़ी में आए थे और घटना के बाद फरार हो गए। घटना से गुस्साए परिजन और ग्रामीण शव लेकर शाम करीब 4:30 बजे रोहतक-पानीपत रोड पर फव्वारा चौक पर पहुंचे और शव को सड़क के बीच में रख जाम लगा दिया।
परिजनों ने पुलिस अधिकारियों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए और डीएसपी व थाना बरोदा प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की।
ग्रामीण एसपी से मिलने की मांग को लेकर सड़क पर ही बैठे रहे। काफी देर तक समझाने के बाद भी परिजनों ने जाम नहीं खोला। परिजन एसपी को बुलाने की जिद पर अडिग थे। करीब डेढ़ घंटा तक फव्वारा चौक पर बैठने के बाद ग्रामीण शव को लेकर रोहतक-पानीपत हाईवे जाम करने के लिए गोहाना मोड की तरफ चल पड़े। इसे देख पुलिस ने उनका पीछा किया। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली हाईवे पर सड़क के बीच में खड़ी कर दी।
इसे देख पुलिस ने बल का प्रयोग किया और हाईवे पर सड़क के बीच खड़े किए ट्रैक्टर को हटवाया। पुलिस ने ट्रॉली में बैठे ग्रामीणों को भी वहां से खदेड़ दिया। कई ग्रामीणों को हिरासत में भी ले लिया। मृतक के पिता जयसिंह के मुताबिक राकेश परीक्षा दिलाने के लिए गया था।
उन्हें दोपहर बाद सूचना मिली कि उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। बताया गया है कि गाड़ी में हमलावारों की संख्या तीन से चार थी। जब आरोपी गाड़ी में आए उस समय राजेश पेड़ के नीचे बैठा हुआ था। आरोपियों ने गाड़ी से नीचे उतरते ही राजेश पर फायरिंग कर दी। दो गोली लगने के बाद वह जमीन पर गिर गया। आरोपियों ने इसके बाद भी कई राउंड फायर किए।
10 अक्टूबर को मारा था बड़े बेटे को
मृतक के पिता का आरोप है कि 10 अक्टूबर 2017 को उसके बड़े बेटे राकेश की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्यारोपी खुले में घूम रहे हैं। आरोपी अक्सर गांव में भी आते थे। इसके बारे में पुलिस को भी अवगत कराया था, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। यदि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती तो आज उसका बेटा जिंदा होता। वहीं पुलिस अधिकारियों के पास आत्म सुरक्षा के लिए हथियार का लाइसेंस बनाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन अधिकारी चक्कर लगवाते रहें।
राजेश अखाड़े में रहकर करता था पहलवानी, भाई की हत्या के बाद छोड़ी
ग्रामीणों का कहना है कि राजेश चंडीगढ़ अखाड़े में रहता था। काफी दिनों तक अखाड़े में ही रहा। बीते वर्ष रंजिश के चलते अपने भाई की हत्या के बाद वह गांव में ही आ गया था। राजेश ने 12वीं कक्षा पास की हुई थी। फिलहाल वह घर पर ही रहता था।