पानीपत
मौसम विभाग की चेतावनीः आज से बदलेगा मौसम, घने कोहरे के कारण कई स्थानों पर हादसे हुए
Advertisement फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम ने एकाएक करवट ली है और सुबह-सुबह धुंध पूरे इलाके में सफेद चादर की तरह फैलने लगी है। शनिवार और रविवार सुबह तक धुंध फैली हुई थी।हवा चलने के कारण ठंड बढ़ गई है। Advertisement दिसंबर में सर्दियां पीक पर थीं, लेकिन कोहरा नहीं छाया। जनवरी में मौसम […]
फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम ने एकाएक करवट ली है और सुबह-सुबह धुंध पूरे इलाके में सफेद चादर की तरह फैलने लगी है। शनिवार और रविवार सुबह तक धुंध फैली हुई थी।हवा चलने के कारण ठंड बढ़ गई है।
दिसंबर में सर्दियां पीक पर थीं, लेकिन कोहरा नहीं छाया। जनवरी में मौसम ठंडा रहा, लेकिन फिर भी कोहरा नहीं पड़ा। लेकिन फरवरी के दूसरे दिन सुबह ट्राईसिटी में कोहरे की सफेद चादर दिखी।
घने कोहरे के कारण कई स्थानों पर हादसे हुए। स्कूली बच्चों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। बस और रेल यातायात प्रभावित हुआ।
सुबह 6 बजे से 8 बजे तक विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम थी। 8:30 बजे तक आसमान साफ होना शुरू हुआ और विजिबिलिटी 350 मीटर तक पहुंच गई। 9 बजे आसमान साफ हो गया और धूप निकल आई। बीती रात तक शिमला में बर्फबारी हुई थी, जिसकी वजह से चटख धूप निकलने के बावजूद सर्द हवाएं चलती रहीं।
मौसम विभाग के अनुसार 6 से 8 फरवरी के बीच फिर एक्टिव होगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस। चंडीगढ़ केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 6 से 8 के बीच एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। पांच को बादल छा सकते हैं, 6 और 7 फरवरी को सामान्य या उससे अधिक बारिश के आसार हैं।
वे बताते है कि हमारे चारों तरफ उपस्थित हवा में वॉटर वेपर होती हैं, जिसे हम नमी कहते हैं। सर्दियों में जमीन की सतह के पास की गर्म हवा में मौजूद मॉयश्चर ऊपर मौजूद ठंडी हवा की परतों से मिलकर जम जाती है। इस प्रोसेस को दबाव कहते हैं। जब हवा में बहुत ज्यादा दबाव हो जाता है तो यह भारी होकर पानी की छोटी-छोटी बूंदों में बदलने लगती है।
आसपास की ठंडी हवा के संपर्क में आने पर इसका स्वरूप धुएं के बादल जैसा बन जाता है। इसी को कोहरा कहते हैं। शनिवार सुबह भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस निकलने के बाद जमीन पर मौजूद मॉयश्चर की वजह से कोहरा छाया। इसके अलावा बैक टू बैक वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से भी मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
दूसरी ओर मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले सप्ताह में मौसम लोगों की परेशानी बढ़ाएगा। इस दौरान जहां धुंध रहेगी, वहीं बारिश की भी संभावना है। आसमान में बादल छायेेंगे। रविवार को अंबाला का अधिकतम तापमान जहां 18.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे रहा।
जिला न्यूनतम अधिकतम
- करनाल 6.2 19.0
- पानीपत 9.0 15.0
- यमुनानगर 5.0 17.0
- जींद 9.0 21.0
- कैथल 9.0 21.0
- अंबाला 8.4 18.3
- कुरुक्षेत्र 8.5 19.0
हुए हादसे
रादौर के पास रोडवेज की बस पेड़ से टकरा गई। जोडिय़ो के पास सड़क पर खड़ी लकड़ी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली कैंटर टकरा गया। लघु सचिवालय के पास बजरी से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। पुराना सहारनपुर रोड पर ट्रैक्टर ट्रॉली की साइड लगने से बाइक सवार दुर्गा गार्डन के अजय की मौत हो गई। रादौर के पास ही रोडवेज की दो बसें टकरा गईं, इसमें कई यात्रियों को चोटें आईं।
ठिठुरन ने लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ दिया है। ओपीडी में उपचार कराने वालों में सबसे ज्यादा संख्या उन मरीजों की थी जो ठंड की चपेट में आने से बुखार, जुकाम, खांसी और जी मचलने की शिकायत लेकर आए थे। इसके अलावा सांस के मरीजों की ओपीडी में भी काफी बढ़ोत्तरी हुई है। भीड़ के कारण मरीजों को घंटों इंजतार करना पड़ा।
एलएनजेपी अस्पताल के हृदय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने बताया कि ज्यादातर मरीज ठंड की वजह से बीमारी की चपेट में रहे हैं। सर्दी-जुकाम में उपचार के साथ एहतियात भी जरूरी है। सुबह-सायं गर्म कपड़े पहन कर ही घर से निकले और नाक को ढक कर रखें।