यमुनानगर
हरियाणा की बेटी ने किया गेट एग्जाम में टॉप, मां बोली-बेटों से बढ़कर हैं उसकी बेटियां
Advertisement गेट एग्जाम 2018 की ऑल इंडिया टॉपर ओसीमा कांबोच ने खुद अपनी सफलता का राज खोला और बताया कि आखिर उसने ये इतिहास कैसे रचा। Advertisement ऑल इंडिया लेबल पर आयोजित गेट की परीक्षा में प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रीज इंजीनियरिंग विषय में हुडा सेक्टर-18 की रहने वाली ओसीमा कांबोज ने देशभर में प्रथम स्थान हासिल […]
गेट एग्जाम 2018 की ऑल इंडिया टॉपर ओसीमा कांबोच ने खुद अपनी सफलता का राज खोला और बताया कि आखिर उसने ये इतिहास कैसे रचा।
ऑल इंडिया लेबल पर आयोजित गेट की परीक्षा में प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रीज इंजीनियरिंग विषय में हुडा सेक्टर-18 की रहने वाली ओसीमा कांबोज ने देशभर में प्रथम स्थान हासिल किया है। जैसे ही ओसीमा के परिचितों को टॉप करने की खबर लगी तो घर पर बधाई देने वाले लोगों का तांता लग गया। अब ओसीमा देश के टॉप आईआईटी जैसे संस्थानों में एडमिशन ले सकेंगी।
देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है। गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है। ऐसे में प्रथम स्थान हासिल कर इस होनहार बेटी ने जिले का नाम देश भर में रोशन करने का किया है। 2013 में आईआईटी में ऑल इंडिया स्तर पर 1253 रैंक लाने वाली ओसीमा ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक की डिग्री ली है।
सालाना 10 लाख रुपये का पैकेज छोड़कर उसने गेट एग्जाम की तैयारी शुरू की। रोजाना आठ से 10 घंटे तक पढ़ाई कर गेट की तैयारी की। उसे विश्वास था कि वह इस परीक्षा में टॉप 10 में आ जाएगी। लेकिन सर्वोच्च स्थान हासिल करेगी यह उसे पता नहीं था। ओसीमा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा कि आज बेटियां किसी भी मामले में कम नहीं हैं। अगर उन पर थोड़ा विश्वास करके मौका दिया जाए तो वो भी अपना मुकाम हासिल कर सकती हैं।
एक हजार स्कोर प्राप्त कर हासिल की यह उपलब्धि
ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था। ओसीमा ने प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग विषय में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। उसने अपने विषय में 1000 स्कोर हासिल किया है। इतना स्कोर लाने वाले को प्रथम रैंक दी जाती है।
एसोसिएट कंसलटेंट की नौकरी छोड़ की परीक्षा की तैयारी
ओसीमा का आईआईटी दिल्ली से बीटेक करने के दौरान ही ईवाई कंपनी में बतौर एसोसिएट कंसलटेंट पद के लिए सेलेक्शन कर लिया गया था। उसने अगस्त 2017 से नवंबर 2017 तक ईवाई कंपनी में नौकरी की। नौकरी के दौरान उसने महसूस किया कि रिसर्च में वह ज्यादा बेहतर कर सकती है। इसीलिए असीमा नौकरी छोड़कर गेट की तैयारी करने लगी।