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हरियाणा में अब 8 महीने में हिसार से भर सकेंगे उड़ान.. बनेगा इंटरनेशनल एविएशन हब
Advertisement दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, जयपुर व चंडीगढ़ के लिए हिसार से हवाई जहाज उड़ान भरेंगे। Advertisement बीजेपी सरकार प्रदेश का चौथा बजट हिसार के लिए उड़ानों की नई उम्मीद जगाई है। बजट में हिसार को तीन चरणों में अंतरराष्ट्रीय विमानन हब बनाने की योजना लाई गई है। प्लानिंग पहले चरण में छह से आठ महीने […]
दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, जयपुर व चंडीगढ़ के लिए हिसार से हवाई जहाज उड़ान भरेंगे।
बीजेपी सरकार प्रदेश का चौथा बजट हिसार के लिए उड़ानों की नई उम्मीद जगाई है। बजट में हिसार को तीन चरणों में अंतरराष्ट्रीय विमानन हब बनाने की योजना लाई गई है।
प्लानिंग
पहले चरण में छह से आठ महीने के अंदर रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत एयरपोर्ट विकसित किया जाएगा। इसके विकसित होने के बाद दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, जयपुर व चंडीगढ़ के लिए यहां से 10 से 20 सीटर हवाई जहाज उड़ान भरेंगे। बजट के अनुसार पहले फेज में रीजनल कनेक्टिविटी के लिए काम होगा। दूसरे फेज में रखरखाव मरम्मत और ओवर होलिंग का काम किया जाएगा। इसके साथ पार्किंग व सब बेसिंग कार्यों के लिए रनवे 4 हजार फीट से 9 हजार फीट तक किया जाएगा। अंतिम चरण अथवा तीसरे फेज में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित अंतरराष्ट्रीय विमानन हब के विकास के लिए निविदाएं मांगी जाएंगी। सरकार ने शहर में एक ब्राउन फील्ड परियोजना को विकसित कर विमानन हब की प्लानिंग की गई है।
29 दिसंबर 2014 को सीएम ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट की घोषणा की थी। एविएशन की तरफ से सीएम कार्यालय में 20 सीट तक की हवाई जहाज को उड़ाने की अनुमति बारे फाइल भेजी हुई है। काफी समय से ये फाइल सीएम कार्यालय में पड़ी हुई है। इंटरनेशनल एयर पोर्ट के लिए अथवा 9 हजार के आसपास रनवे बनाने के लिए 42 सौ एकड़ जमीन सम्मिलित की गई है। अलग अलग विभागों की यह जमीन जल्द ही एविएशन के नाम हो जाएगी। सरकार का दावा है कि छोटी उड़ाने भरने से पहले यह कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में हिसार हवाई अड्डे की 187 एकड़ जमीन है।
बजट में हिसार को पहले छोटे जहाजों के लिए एयरपोर्ट
विधायक बोले-विपक्ष ने तो सोचा भी नहीं था हम करके दिखाएंगे, ताेहफे से कम नहीं
विधायक डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि विपक्ष ने तो इंटरनेशनल एयर पोर्ट के बारे में सोचा तक नहीं था। हम इसे करके दिखा रहे हैं। बजट में हिसार एयर पोर्ट को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। ये तार्किक है कि शहर से छह से आठ महीने के अंदर रीजनल कनेक्टिविटी के साथ लोकल हवाई जहाज उड़ाए जा सकेंगे। कायदे से हिसार से दिल्ली तक सिक्स लेन के नियंत्रित क्षेत्र एक्सप्रेस वे और तेज गति की ट्रेनों के माध्यम से फास्ट कनेक्टिविटी उपलब्ध करवाने की जो संभावनाएं तलाशी जा रही है वो कायदे से एयरपोर्ट को लेकर ही है।