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हाइट सिर्फ साढ़े 3 फुट और 40 किलो वजन, मगर इस वकील की दलील सुनकर हिल जाते हैं बड़े-बड़े जज
Advertisement प्रकृति हर इंसान को एक दूसरे से अलग बनाती है। हर किसी के नैन नक्श और हाव-भाव एक दूसरे से अलग होते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कुदरत से ही खामियां मिल जाती हैं। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे शख्स की कहानी, जिसने अपनी कमियों […]
प्रकृति हर इंसान को एक दूसरे से अलग बनाती है। हर किसी के नैन नक्श और हाव-भाव एक दूसरे से अलग होते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कुदरत से ही खामियां मिल जाती हैं।
लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे शख्स की कहानी, जिसने अपनी कमियों को अपनी कमजोरी बनाने की जगह उसे अपनी मजबूती बना लिया।
हम बात कर रहे हैं कद में सिर्फ साढ़े तीन फुट वाले वकील अनवार खान की। उन्हें अपनी कम हाइट के कारण ढेरों परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोग अक्सर उनका मजाक उड़ाया करते थे, लेकिन अनवर आज वो काम कर रहे हैं, जो अच्छे-अच्छे नहीं कर पाते।
भोपाल जिला कोर्ट के गलियारों में घूमते साढ़े तीन फीट के अनवर खान को देखकर लोग अक्सर चौंक जाते हैं। हाथ में फाइलें और काला कोट पहने जब अनवर खान कोर्ट में दाखिल होते हैं, तो लोगों की नजरें उन पर ठहर जाती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अनवार खान मध्य प्रदेश के सबसे छोटे कद के वकील हैं। साढ़े तीन फीट हाइट और 40 किलो वजन वाले अनवार के वकील बनने की कहानी बढ़ी दिलचस्प हैं। 17 साल पहले अनवर अपने रिश्तेदार की बाइक को छुड़वाने को लेकर पुरानी अदालत में वकील जगदीश गुप्ता से मिले थे। अनवार का कद देखकर पहले तो जगदीश गुप्ता चौंक गए, लेकिन बातचीत ने उन्हें प्रभावित किया और उन्होंने अनवार को एलएलबी करने की सलाह दी। उस समय वह बीकॉम की पढ़ाई कर रहे थे।
अनवर ने लॉ की पढ़ाई शुरू की और एलएलबी की डिग्री के बाद वकील जगदीश गुप्ता के अंडर में प्रैक्टिस भी की। अब अनवार खान एक अच्छे वकील हैं। उनके पास वकालत का 14 साल का लंबा अनुभव भी है। अनवार खान अपने सीनियर वकील जगदीश गुप्ता के साथ प्रदेश के कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक का केस भी लड़ चुके हैं। भोपाल के अशोका गार्डन में रहने वाले अनवर खान प्रदेश के सबसे छोटे वकील हैं। वो अपने साथी वकील के साथ बाइक से कोर्ट आते-जाते हैं। अनवर के सीनियर वकील जगदीश गुप्ता बताते हैं कि कोर्ट में पैरवी के दौरान अनवार को शर्म आती थी। जिला कोर्ट के वकीलों का कहना है कि अनवर को वकालत के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन जज और न्यायिक अधिकारियों के साथ वकीलों का भी अनवार को पूरा सहयोग मिल रहा है। अब जज भी अनवार को डायस पर बुलाकर उनका पक्ष सुनते हैं।