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दिवाली से पहले ही 287 इंडेक्स प्रदूषण, प्रशासन आया एक्शन में
दिवाली से पहले ही 287 इंडेक्स प्रदूषण, प्रशासन आया एक्शन में
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) ने पानीपत समेत प्रदेश के 14 जिलों में दीवाली पर पटाखा बिक्री पर रोक लगा दी है। दो दिन पहले लिए गए इस फैसले से व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
व्यापारी पहले ही लाखों रुपए के पटाखे खरीद चुके हैं, लेकिन अब बिक्री पर रोक लगने के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा। HSPCB ने एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से अधिक वाले शहरों में पटाखा बिक्री पर रोक लगाई है। जबकि पानीपत में सोमवार को भी एयर क्वालिटी इंडेक्स 287 रहा। अब पटाखा खरीद चुके व्यापारी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ ने त्योहारों का मतलब बदल दिया है। कभी धूमधाम से पटाखों के साथ मनाए जाने वाले दीवाली के त्योहार पर जिलावासियों को पटाखे नहीं मिलेंगे। हरियाणा राज्य प्रदूषण बोर्ड ने पानीपत समेत प्रदेश के 14 जिलों में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है।
HSPCB का कहना है कि जिन जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 से अधिक है, वहां दीवाली पर पटाखा बिक्री और पटाखे चलाने पर रोक रहेगी। इस पाबंदी को सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों के पुलिस और प्रशासन की ड्यूटी लगाई गई है।
व्यापारी पहले ही खरीद चुके लाखों के पटाखे
HSPCB की ओर से हाल ही में पानीपत में पटाखा बिक्री पर रोक का आदेश जारी किया गया है। जबकि व्यापारी पहले ही लाखों रुपए के पटाखे खरीद चुके हैं। लेकिन वह पटाखों की स्टॉल नहीं लगा सकते। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होगा।
ग्राहक आ रहे हैं, लेकिन पटाखे कहां से लाएं
पानीपत के सेक्टर-24 में दुकान चलाने वाले मोंटू ने बताया कि पटाखे खरीदने के लिए रोजाना ग्राहक आ रहे हैं। अब प्रशासन ने पटाखे बेचने की अनुमति नहीं दी। अगर पटाखे बेचेंगे तो कानूनी कार्रवाई का डर है। हालांकि ग्राहक पटाखों के लिए अच्छी कीमत देने को तैयार हैं, लेकिन बिना अनुमति के पटाखे नहीं बेचे जा सकते।