पानीपत
बगदाद से आया फोन, बोली आप भगवान हो, 40 करोड़ भेज रही हूं, 16 करोड़ आप रख लेना, ठगे गए SDO

बगदाद से आया फोन, बोली आप भगवान हो, 40 करोड़ भेज रही हूं, 16 करोड़ आप रख लेना, ठगे गए SDO
पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड एसडीओ देवीदयाल अग्रवाल से साढ़े तीन लाख रुपये ठग लिए गए। उनके पास कुछ दिन पहले एक महिला का फोन आया। उसने खुद को बगदाद रेडक्रास की कर्मी बताया। कहा कि उसके पास चालीस करोड़ हैं। उसे उन पर भरोसा है। आपको बाक्स भेज रही हूं। इसमें से चालीस फीसद आप रख लेना। वह भारत आकर उनसे बचे हुए रुपये ले लेगी। आप पर भरोसा है।
आप मेरे लिए भगवान हो। देवीदयाल इस झांसे में आ गए। बाक्स को कस्टम आफिसर से छुड़ाने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपये ले लिए। महिला ठग ने 1.30 लाख रुपये और मांगे तो एसडीओ ने रुपये भेजने से इन्कार कर दिया। फिर बहसबाजी पर उतर आई। बाद में वाट््सएप नंबर बंद कर दिया। अब सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
यमुना एंक्लेव के देवीदयाल अग्रवाल ने बताया कि 15 दिन पहले उनके पास वाट््सएप काल आई। अंग्रेजी में बात कर रही युवती ने अपना नाम जेसिका बताया। अमेरिका से आकर इराक में रेडक्रास सोसाइटी के दफ्तर में एसजीटी मार्गेट के पद पर काम करने की बात कही। उसने बताया कि उसे माइन में 5.6 मिलियन डालर (40.32 करोड़ रुपये) मिले हैं। वह यह बाक्स आपको भेज देगी।
इसमें से 40 फीसद यानी 16.12 करोड़ रुपये आप रख लेना। बातचीत का सिलसिला चलता रहा तो एक दिन जेसिका ने डालर से भरा बाक्स मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचने की बात कही। बाक्स छुड़ाने के लिए डिप्लोमेटिक चार्ज और मनी लांड्रिंग के नाम पर पहले 42500, फिर 98200 रुपये का चेक लिया।
फिर एनओसी सर्टिफिकेट के नाम पर 1.60 लाख रुपये ठग लिए। जेसिका ने अपने एक साथी डेविड मार्क की मदद से उससे धीरे-धीरे करके कुल 3.50 लाख रुपये ठग लिए। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द ही आरोपितों का पता लगा लिया जाएगा।
जेसिका ने वाट््सएप काल कहा कि बगदाद उसके लिए खतरनाक जगह है। यहां जान का खतरा है। वह जल्द भारत आएगी। भरोसेमंद डेविड मार्क की मदद से डालर से भरा बक्सा रिटायर्ड एसडीओ देवीदयाल अग्रवाल तक पहुंचाने का वादा किया। उन्हें भरोसे में लेने के लिए अक्सर कहती कि आप भगवान का स्वरूप हो। गॉड की तरह हो। आप किसी के साथ धोखा नहीं कर सकते।
चार साल पहले हुई थी पत्नी की मौत
देवीदयाल अग्रवाल ने जागरण को बताया कि चार साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। आज तक परिवार में कोई विदेशी बहू नहीं आई थी। सोचा था कि जेसिका बहू नहीं तो बेटी की तरह खाना तो पकाकर खिला सकती है। लेकिन उसने भी धोखा किया। धोखा होगा, ऐसा सपने में भी नहीं सोचा था। अब उनके खाते में महज 800 रुपये बचे हैं। रुपये कहां और किसके बैंक खाते में गए, इसका अभी तक कोई भेद नहीं है।
Source : IBN