पानीपत
कोरोना पाजीटिव पांच साल की बच्ची को कमरे में अकेले बंद कर रखा

कोरोना पाजीटिव पांच साल की बच्ची को कमरे में अकेले बंद कर रखा
पांच साल की कोरोना पाजिटिव बच्ची को सिद्धार्थ नगर स्थित महिला शेल्टर होम में अकेले कमरे में बंद कर दिया गया। उसकी देखरेख के लिए कोई नहीं था। खाना भी पड़ोसी दे रहे थे। चाइल्ड हेल्प लाइन व जेजे बोर्ड की सदस्य ने पुलिस के साथ मिलकर सोमवार देर शाम बच्ची को कमरे से बाहर निकलवाया और सामान्य अस्पताल में दाखिल कराया।
पड़ोसियों ने आरोप लगाया कि बच्ची को एक सप्ताह से कमरे में बंधक बना रखा था। चाइल्ड हेल्प लाइन की को-आर्डिनेटर पूजा ने जागरण को बताया कि जेजे बोर्ड की सदस्य मालती अरोड़ा को दिनेश नामक युवक ने काल कर बताया कि सिद्धार्थ नगर के एक मकान में पांच साल की बच्ची को कमरे में कैद कर रखा है। वह माडल टाउन थाना पुलिस और मालती अरोड़ा के साथ मौके पर पहुंची। बच्ची कमरे में बंद थी और खिड़की से झांक रही थी। बच्ची ने आरोप लगाया कि एक अंकल उसके साथ मारपीट करते हैं। मौके पर मकान को किराये पर लेने वाले तेजपाल ने बताया कि रिसालू रोड से हरि महिला शेल्टर होम को सिद्धार्थ नगर में शिफ्ट किया गया है। बच्ची डेढ़ साल पहले छाजपुर के पास मिली थी। बच्ची माता-पिता को नाम नहीं बता पाती है और मानसिक रूप से कमजोर है। बच्ची कोरोना पाजिटिव है। इसलिए इसे कमरे में रखा गया है। इसकी जानकारी बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन को है।
बच्ची को खाना दिया जाता है। बच्ची की देखरेख के लिए और कोई क्यों नहीं है, इसका वे जवाब नहीं दे पाए। बच्ची को सामान्य अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है। पुलिस ने बच्ची को अस्पताल नहीं छोड़ा पूजा ने बताया कि रविवार को बच्ची कमरे से बाहर निकल आई थी। बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन पदमा रानी ने पुलिस को बोला था कि बच्ची को सामान्य अस्पताल में दाखिल करा दिया जाएगा। पुलिस ने बच्ची को तेजपाल के सेक्टर-6 में घर छोड़ दिया।
बच्ची रात भर रोती है, पड़ोसी देते हैं खाना पड़ोस की महिलाओं ने बताया कि बच्ची की देखभाल करने वाला कोई नहीं हैं। रात को दो महिलाएं मुंह ढक कर आती है और थोड़ी देर बाद चली जाती हैं। बच्ची रात भर रोती है। सुबह छह बजे उठकर मम्मी-पापा कहकर शोर मचाती है। पड़ोसी ही बच्ची को सुबह-शाम व दोपहर को खाना देते हैं।
तेजपाल को क्लीन चिट
बच्ची को सिरसा शिफ्ट करना था। वीरवार को बच्ची का कोरोना टेस्ट कराया था। शनिवार शाम को बच्ची की रिपोर्ट पाजिटिव मिली। इसके बाद तेजपाल ने बच्ची को अपने घर भी रखा और सोमवार शाम को ही शेल्टर होम में रखकर घर काम से गया था। इसी दौरान पुलिस व चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम मौके पर पहुंच गई। तेजपाल ने गलती नहीं की है। पुलिस ने बच्ची को अस्पताल में दाखिल नहीं कराया। वर्जन बच्ची को तेजपाल के घर नहीं छोड़ा। इस बारे में भी उन्हें पता नहीं था। चाइल्ड हेल्प लाइन की सूचना पर बच्ची को कमरे से निकाल कर सामान्य अस्पताल में दाखिल कराया। इसमें पुलिस ने लापरवाही नहीं बरती है।
सुनील कुमार, प्रभारी, थाना माडल टाउन
Source : Jagran