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हरियाणा में पानीपत सहित इन शहरों में भारी बारिश का हाई अलर्ट – Weather Alert

लंबे इंतजार के बाद जिले भर में भारी बरसात हुई। बरसात नहीं होने से जहां धान के किसान परेशान थे, अब अधिक बरसात होने से कपास के किसानों की चिंता बढ़ गई है। बुधवार सुबह आठ बजे से लेकर वीरवार सुबह आठ बजे तक जींद खंड में 100 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इसके बाद भी लगातार बरसात जारी है। ऐसे में कपास की फसल पर इसका असर पड़ सकता है।
जिले के कई क्षेत्रों उचाना, जुलाना, नरवाना में किसान काफी बड़े स्तर पर कपास की खेती करते हैं। ऐसे में अधिक बरसात होने से कपास की फसल खराब हो सकती है। हालांकि धान की खेती कपास से अधिक क्षेत्र में होती है और बरसात से धान के किसानों को लाभ होगा। धान के खेत में पानी भरा रखना पड़ता है। ऐसे में बरसात नहीं होने के कारण किसानों को महंगा डीजल फूंक कर खेत में पानी रखना पड़ रहा था। भारी बरसात होने से धान की पौध अच्छे से बढ़वार करेगी और फसल पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
सुबह आठ बजे तक हुई बरसात
राजस्व विभाग के अनुसार बुधवार सुबह आठ बजे से वीरवार सुबह आठ बजे तक सबसे अधिक बरसात जुलाना खंड में हुई है। यहां 110 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इसके बाद जींद खंड में 100 एमएम, नरवाना में 60, सफीदों में 35, उचाना में 79, पिल्लूखेड़ा में 25 व अलेवा खंड में 46 एमएम बरसात हुई है।
जींद में लगातार बरसात
जींद क्षेत्र में बुधवार सुबह करीब 11 बजे बरसात शुरू हुई और दिन भर जमकर बादल बरसे। इसके बाद रात करीब आठ बजे बरसात रूक गई और फिर से तीन बजे बरसात शुरू हुई, जो साढ़े 11 बजे तक जारी है। इससे शहर की कालोनियों में बड़े स्तर पर जलभराव हुआ है। कई जगह घरों में भी बरसात का पानी घुस गया। वहीं भिवानी रोड पर दुकानों के आगे बने नाले के कारण दुकानों में दरार आ गई।
कपास की फसल से पानी की निकासी की करें व्यवस्था
कृषि मौसम विशेषज्ञ डा. राजेश कुमार के अनुसार अधिक बरसात के बाद कपास की फसल में पानी भरा रहने से फसल खराब हो सकती है। ऐसे में कपास की फसल से पानी की निकासी की व्यवस्था करें। हालांकि शुक्रवार को बरसात से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन कुछ जगह बरसात हो सकती है।