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आंदोलनकारियों को सड़कों से हटाया तो पीएम के दरवाजे पर मनाएंगे दीपावली
चढ़ूनी की चेतावनी, आंदोलनकारियों को सड़कों से हटाया तो पीएम के दरवाजे पर मनाएंगे दीपावली
दिल्ली हरियाणा बार्डर खोले जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस की ओर से बार्डर खोले जाने के बाद अब किसान अड़ गए हैं। किसानों ने रास्ता देने से मना कर दिया है। बातचीत के बाद पांच फिट का रास्ता दिया है। चार पहिया और छोटे वाहनों को ही रास्ता दिया गया है। अब वहीं गुरनाम सिंह चढ़ूनी के वीडियो से चर्चा जोरो पर है।
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी गुट के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर आंदोलनकारियों को सड़कों से न हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार कई दिनों से बार्डर खोलने की तैयारी कर रही है और लोगों में अफरा-तफरी है। इस बात की भी चर्चा चल रही है कि दीपावली से पहले सरकार सड़कें खाली करा देगी। उन्होंने कहा कि हम सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि किसी भूल में न रहें। आप भी तैयारी कर लें और हम भी तैयारी कर रहे हैं। अगर सरकार ने सड़कें खाली करवाने की कोशिश की तो इस बार की दीपावली प्रधानमंत्री के दरवाजे पर मनाएंगे। वहीं पर डेरा डालेंगे।
उन्होंने कहा कि वह सरकार को दोबारा चेतावनी देते हैं कि वह शांतिपूर्वक बैठे हैं कोई दंगा नहीं कर रहे, कोई झगड़ा नहीं कर रहे। इसके बावजूद अगर सरकार आंदोलनकारियों से जबरदस्ती करती है तो वह दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
कल कोर्ट में बयान दर्ज कराने आएंगे चढ़ूनी
वहीं करनाल बसताड़ा टोल प्लाजा लाठी चार्ज मामले में गुरनाम सिंह चढ़ूनी दो नवंबर को रेस्ट हाउस में बने कोर्ट में पहुंचेंगे। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एसएन अग्रवाल लाठीचार्ज मामले की जांच कर रहे है। वहीं न्यायाधीश एसएन अग्रवाल के समक्ष दो नवंबर को बयान दर्ज कराने को लेकर भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी को भी नोटिस जारी किया है। पुलिस प्रशासन की ओर से आयोग को करीब 35 लोगों की सूची सौंपी जा चुकी है। आयोग द्वारा आंदोलनकारियों के अलावा डीसी निशांत कुमार यादव, एसपी गंगा राम पूनिया, वायरल वीडियो के बाद विवादों में आए तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा के अलावा अन्य पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे।