पानीपत
घर काे लाॅक कर किशाेरी ने ट्रेन के आगे कूद दी जान, परिजन बाेले- बचपन से मानसिक रूप से थी बीमार

घर काे लाॅक कर किशाेरी ने ट्रेन के आगे कूद दी जान, परिजन बाेले- बचपन से मानसिक रूप से थी बीमार
आजाद नगर फाटक के पास रविवार शाम काे मानसिक रूप से बीमार किशाेरी ने जन शताब्दी के आगे छलांग लगाकर जान दे दी। किशाेरी ने घर काे बाहर से लाॅक कर दिया था। जीआरपी मामले की जांच में जुट गई है।
मूलरूप से बिहार के छपरा निवासी अमरनाथ ने बताया कि वह वर्तमान में विकास नगर स्थित गली नंबर-25 में रहते हैं। उनके 5 बच्चे थे। चाैथे नंबर की बेटी प्रीति (16) बचपन से ही मानसिक रूप से कमजाेर थी। उसका उन्हाेंने काफी इलाज करवाया लेकिन उसकी दिमागी हालत में सुधार नहीं हुआ। पिछले दाे साल से उसकी स्थिति ज्यादा खराब हाे गई थी।
वह गाेहाना राेड स्थित फैक्ट्री में काम करते हैं। साेमवार काे उनकी नाइट शिफ्ट थी। इसलिए शाम करीब 7.30 बजे वह फैक्ट्री के लिए निकल गए। 30 मिनट बाद ही पत्नी पुतलू देवी ने काॅल किया। बताया कि प्रीति घर की बाहर से कुंडी लगाकर बिना बताए कहीं चली गई है।
वह तुरंत ही वापस आ गए। आसपास प्रीति काे तलाश करना शुरू कर दिया। वह तलाश करते-करते आजाद नगर फाटक के पास रेलवे लाइन पर पहुंच गए। वहां प्रीति का क्षत-विक्षत शव पड़ा था। कपड़ाें के आधार पर उन्हाेंने पहचान लिया। जीआरपी के एसआई कृष्णलाल माैके पर पहुंचे। शव काे पाेस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिजन बाेले- बचपन से मानसिक रूप से थी बीमार
एसआई ने बताया कि जांच में सामने आया है कि प्रीति मानसिक रूप से कमजाेर थी। इस कारण ही उसने जन शताब्दी के आगे कूदकर उसने जान दे दी है।
Source : Bhaskar