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मेयर और कमिश्नर ने जेबीएम की अवैध वसूली की जांच के निर्देश दिए
मेयर और कमिश्नर ने जेबीएम की अवैध वसूली की जांच के निर्देश दिए, कमिश्नर बाेले- अवैध वसूली का मामला बड़ा
Mayor and Commissioner instructed to investigate illegal recovery of JBM
- वार्ड-10 की राज काॅलाेनी में 30 रुपए की पर्ची देकर 60 रुपए वसूली कर रहे थे जेबीएम के कर्मचारी
- जेबीएम के उच्चाधिकारी भी पहुंचे पानीपत, कर्मचारियों और लाेगाें से की बातचीत
शहर की सफाई का जिम्मा संभाल रही जेबीएम कंपनी की अवैध वसूली का मामला सामने आने पर नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह व मेयर अवनीत काैर ने अपने-अपने स्तर पर अवैध वसूली की जांच शुरू करवा दी है।
कमिश्नर का कहना है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। दाेगुनी वसूली के जाे सबूत सामने आए हैं, उन्हें किसी भी हाल में नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यालय काे भी लिखा जाएगा। वहीं मेयर अवनीत काैर का कहना है कि जेबीएम के खिलाफ सभी पार्षद व पूरा सदन खिलाफ है। अब अवैध वसूली का मामला सामने आने पर ताे सभी में राेष पहले से और भी ज्यादा बढ़ गया है।
निगम हाउस मीटिंग में जेबीएम का ठेका रद्द करने का मुद्दा सबसे बड़ा रहा था
नगर निगम हाउस मीटिंग में जेबीएम का ठेका रद्द करने का मामला सबसे बड़ा रहा था। सभी पार्षदाें ने एकमत से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हाेने पर चिंता जताई थी। साथ ही शहर काे 4 जाेन में बांटकर सफाई का काम शुरू कराने का प्रस्ताव रखा गया था। साथ ही शहर की मुख्य सड़काें पर जाे स्वीपिंग मशीनें चल रही हैं, उनका ठेका भी पूरी तरह से रद्द करने की मांग सभी पार्षदाें ने रखी थी। इसके बाद अब तक इन मुद्दाें पर काेई कदम नहीं उठाए गए।
पहले भी जेबीएम की गड़बड़ के मामले सामने आ चुके हैं
जेबीएम कंपनी की अवैध वसूली व ताेल में गड़बड़ करने के मामले पहले भी सामने आ चके हैं। कांटे पर ट्राली में भवनाें का मलबा, ईंट-पत्थर व डेयरियाें का गाेबर तुलवाते हुए पकड़ा गया था। पूर्व मेयर सरदार भूपेंद्र सिंह ने भी नगर निगम की ट्राली में ईंट-पत्थर भरकर तुलवाते हुए माैके पर पकड़ा था। ये मामले सामने आने के बाद भी जेबीएम पर काेई कार्रवाई नहीं हुई।
पूरे शहर में अवैध वसूली बताना गलत है: जेबीएम के क्षेत्रीय प्रबंधक कर्नल राजेंद्र पांडे का कहना है कि हमारे कर्मचारी एक जगह पर पर्ची से ज्यादा पैसे वसूलते हुए पकड़े गए हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है, लेकिन पूरे शहर में अवैध वसूली बताना गलत है। हम खुद जांच कर रहे हैं। जाे भी कर्मचारी इसमें शामिल थे, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
जेबीएम ने लूट मचा रखी है
जेबीएम कंपनी ने पूरे शहर में लूट मचा रखी है। शहर में गंदगी का भी बुरा हाल है। शायद ही काेई ऐसा चाैक या चाेराहा मिले, जहां गंदगी न फैली हाे। इसके बाद भी कंपनी ने अपने कर्मचारियों काे शहरवासियों से दोगुने रुपए वसूलने के लिए लगा रखा है। कर्मचारियों का इसमें काेई कसूर नहीं है। कर्मचारी ताे वही काम करेगा, जैसा उसके उच्चाधिकारी बाेलेंगे। अब जेबीएम बाेल रही है कि अवैध वसूली से हमारा काेई लेना देना नहीं है। इस बार भी नगर निगम ने काेई कार्रवाई नहीं की ताे पार्षद विराेध में खड़े हाे जाएंगे। -रविंद्र भाटिया, पार्षद, वार्ड-10