पानीपत
दो लाख न लाने पर गर्भवती को खाने में पानी के साथ देते थे सिर्फ बिस्किट, जन्म के दस दिन बाद नवजात ने तोड़ा दम, अब महिला को घर से निकाला

दो लाख न लाने पर गर्भवती को खाने में पानी के साथ देते थे सिर्फ बिस्किट, जन्म के दस दिन बाद नवजात ने तोड़ा दम, अब महिला को घर से निकाला
कम दहेज लाने पर ससुराल पक्ष ने पहले प्रताड़ित तो किया ही, गर्भवती होने पर महिला को खाने के नाम पर पानी के साथ बिस्किट दिए गए। कुपोषण के कारण जन्म के दस दिन बाद ही नवजात की मौत हो गई। दूसरी बार गर्भवती होने पर भी यही बर्ताव किया। हालांकि, इस बार बच्ची बच गई। लेकिन दो लाख रुपये की मांग पूरी न करने पर ससुराल पक्ष ने मारपीट करके महिला को घर से निकाल दिया। अब महिला ने पति समेत ससुराल पक्ष के आठ लोगों के खिलाफ समालखा थाने में केस दर्ज कराया है।
गांव पट्टीकल्याणा की गीता ने बताया कि 2013 में उसकी शादी झज्जर जिले के गांव जहांगीरपुर निवासी पवन से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। मायके जाने पर हर बाद दो लाख रुपए लाने का दबाव बनाया जाता, रुपये न लाने पर मारपीट की जाती। शादी के पहले साल ही वह गर्भवती हो गई। गर्भावस्था में भी उसे भूखा रखा जाने लगा। खाने के नाम पर एक बिस्किट दिया जाता, जिसे वह पानी भिगोकर खाती थी। गर्भावस्था के दौरान सही खाना न मिलने के कारण उसका और बच्चे का वजन नहीं बढ़ सका। कुपोषण के कारण जन्म के दस दिन बाद ही नवजात ने दम तोड़ दिया।
इसके बाद भी ससुराल पक्ष की प्रताड़ना कम नहीं हुई। वह जब भी गर्भवती होती, उसे मायके छोड़ देते थे। दूसरी बार उसने अपने मायके में ही एक बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद जब वह ससुराल पहुंची तो फिर से दो लाख रुपए की मांग की गई। रुपये न देने पर नवंबर 2020 में उसे घर से निकाल दिया। उसके पिता ने कई बाद पंचायत कर घर बसाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी नहीं माने। अब पुलिस ने पति पवन, ससुर संत राम, सास संतरा, सुशील, सुनीता, सुमन, मीना व संदीप के खिलाफ केस दर्ज किया है।
Source : Bhaskar