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सात एकड़ में बने वेयरहाउस में फूड प्रोडक्ट्स जलकर राख, दमकल की 16 गाड़ियाें ने बुझाई आग, रात तक धधकती रही

सात एकड़ में बने वेयरहाउस में फूड प्रोडक्ट्स जलकर राख, दमकल की 16 गाड़ियाें ने बुझाई आग, रात तक धधकती रही
कुमाशपुर गांव स्थित आरजे लॉजिस्टिक पार्क में बने ग्रोफर कंपनी के वेयरहाउस में बुधवार दोपहर बाद अचानक आग लग गई। आग लगने से साढ़े सात एकड़ में फूड प्रोडक्ट्स से भरा हुआ वेयरहाउस पूरी तरह से जल गया। आग से करोड़ों का नुकसान हुआ है। दमकल विभाग की 16 से अधिक गाड़ियां पहुंची हैं। आग देर शाम तक धधक रही थी और बिल्डिंग से शीशे व लोहे की चद्दर टूटकर जमीन पर गिर रही थी।
वेयरहाउस के मालिक अमित जैन ने कहा कि उन्होंने वेयरहाउस ग्रोफर कंपनी को किराए पर दे रखा था। आग कैसे लगी और आग से कितना नुकसान हुआ। इस बारे में जांच के बाद ही कुछ बता पाएंगे। जीटी रोड कुमाशपुर आरजे लॉजिस्टिक पार्क में ग्रोफर कंपनी का वेयरहाउस है। इस वेयर हाउस से ऑनलाइन फूड प्रोडक्ट्स की डिलिवरी की जाती है। यहां करीब 150 से ज्यादा वर्कर काम करते हैं। वेयरहाउस में बुधवार दाेपहर बाद 2:51 बजे आग लग गई।
आग लगने से वेयरहाउस में काम कर रहे श्रमिकों में भगदड़ मच गई। हर कोई जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागा। देखते ही देखते आग विकराल रूप धारण कर गई। आग से कंपनी के तीनों प्लांटों को अपनी चपेट में ले लिया। वेयरहाउस में प्लास्टिक की पॉलिथिन में पैक फूड प्रोडक्ट्स की वजह से आग तेजी से फैलती चली गई। आग ने साढ़े सात एकड़ में फैले पूरे वेयरहाउस को अपनी चपेट में ले लिया। सोनीपत, नरेला, पानीपत, समालखा, कुंडली, राई, गोहाना से दमकल विभाग की 16 गाड़ियां पहुंची, लेकिन उन्हें भी बेकाबू हो चुकी आग पर नियंत्रण पाने में 5 घंटे का समय लगा। अभी आग पूरी से तरह से शांत नही हुई है। पैकिंग प्लांटों में आग धधक रही है।
जूरासिक पार्क और पेट्रोल पंप तक आग पहुंचने का खतरा
वेयरहाउस की दीवार के साथ जूरासिक वॉटर पार्क की बिल्डिंग थी। जिस प्रकार से आग तेजी से फैल रही थी, उससे जूरासिक पार्क तक आग पहुंचने की आशंका थी। इसी वजह से जूरासिक पार्क को खाली करा लिया गया। वेयरहाउस के पास ही एक पेट्रोल पंप था। पेट्रोल पंप कर्मी भी बार- बार पानी की छिड़काव कर रहे थे।
श्रमिकों के मोबाइल, पर्स व लैपटॉप आग में जला
श्रमिकों ने कहा कि यहां 15 सौ से ज्यादा श्रमिक काम कर रहे थे। अचानक आग लगने से लोग अपना सामान छोड़कर बाहर की तरफ दौड़े। श्रमिकों के मोबाइल, लैपटॉप के साथ- साथ पर्स भी जल गए। श्रमिकों को अपना बैग निकालने तक का समय नही लगा। आग बहुज तेजी से फैल गई। श्रमिक सुनील, मोहित ने कहा कि उनके सामने जान बचाने की चिंता थी। वे जिस हालत में थे, वहां से भाग निकले।
25 लाख प्रति महीना पर किराए पर था ग्रोफर वेयरहाउस
ग्रोफर वेयर हाउस साढ़े सात एकड़ में फैला हुआ था। यहां से दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में ऑन लाइन फूड प्रोडक्ट्स की डिलिवरी की जाती थी। यह अंतरराष्ट्रीय कंपनी है। ग्रोफर ने आरजे लॉजिस्टिक वालों से इसे 25 लाख रुपए प्रति महीना के हिसाब से किराए पर ले रखा था।
Source : Bhaskar