पानीपत
केबल टूटने के बावजूद ट्रिप नहीं हुई थी लाइन

केबल टूटने के बावजूद ट्रिप नहीं हुई थी लाइन
कस्बे के मयूर विहार कालोनी में एचटी केबल टूटकर गिरने के बावजूद लाइन ट्रिप नहीं हुई। केबल की चपेट आकर करंट लगने से सात वर्षीय खुशी पुत्री मुकुल बुरी तरह झुलस गई। बिजली ने उसे जीवन भर का जख्म दे दिया। हादसे के समय उसका 6 वर्षीय भाई साथ था, जो बाल-बाल बच गया। जमीन पर गिरे केबल में करंट होने की घटना ने बिजली निगम की व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। एमएनपी शाखा अब इस मामले की जांच करेगी।
मयूर विहार इलाके में तिराहे पर ट्रांसफार्मर तक जाने वाली एचटी केबल के जमीन पर गिरने के बाद लाइन ट्रिप हो जाती तो हादसा नहीं होता। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार केबल काफी देर से गली में पड़ा था। उसमें करंट होने का अहसास किसी को नहीं था। लोग वहां से गुजर रहे थे, लेकिन बच्ची इसके संपर्क में आकर हादसे का शिकार हो गई। उसका दायां हाथ और बायां पैर झुलस गए। घटना के बाद लोगों ने बिजली निगम अधिकारी को सूचना देकर सप्लाई बंद करवाई।

ट्रिप होनी चाहिए लाइन
बिजली निगम के अधिकारी की मानें तो पावर हाउस की रिले में गड़बड़ी से ऐसा होता है। अमूमन किसी केबल के अर्थ (जमीन) से संपर्क होने पर लाइन ट्रिप कर जाती है। रिले का काम ही यही है। बड़े हादसे को टालने के लिए ही यह लगाई जाती है। एक्सईएन सतपाल सिंह बताया कि रिले में गड़बड़ी से ऐसा होता है। केबल के टूटने के बाद लाइन ट्रिप होनी चाहिए थी। एमएनपी पानीपत की टीम जांच के लिए बुलाई गई है।
Source : Jagran