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पानीपत – कोरोना से जीते, अब इस बीमारी से बचकर रहना होगा
पानीपत – कोरोना से जीते, अब इस बीमारी से बचकर रहना होगा
कोरोना की तीसरी लहर भी लगभग दम तोड़ चुकी है। गर्मी के मौसम में मच्छरों का आतंक रहता है। अब डेंगू-मलेरिया बुखार से सावधान रहना होगा। 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। यानि, इस दिन से एंटी लार्वा गतिविधियां शुरू हो जाती हैं।
वित्तीय वर्ष-2021-22 की बात करें मलेरिया के दो कंफर्म केस और डेंगू के 287 केस सामने आए थे। लापरवाही बरती तो स्थिति बिगड़ सकती है। सीधा अर्थ, मच्छरों को पनपने का मौका न दें। अपने घर-आसपास साफ-सफाई रखें। जिला मलेरिया अधिकारी डा. सुनील संडूजा ने जिलावासियों को यह सीख दी है। उन्होंने बताया कि मच्छरों का लार्वा न पनपे, तालाबों में गंबूजिया मछलियां डाली जाएंगी। बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता घरों में दस्तक देकर कूलर, रेफ्रीजरेटर की ट्रे, पानी की होदी, छतों पर रखी पानी की टंकियों का निरीक्षण करते हैं, उनका सहयोग करें।लार्वा मिलने पर गृहस्वामी को चेतावनी भी दी जाती है। एहतियात के तौर पर लोगों का ब्लड लेकर स्लाइड बनाई जाती हैं।
प्राइवेट रिपोर्ट नहीं मान्य
प्राइवेट लैब की मलेरिया-डेंगू पाजिटिव रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग सटीक नहीं मानता। मरीज का ब्लड सैंपल लेकर विभाग एलाइजा टेस्ट कराता है। पाजिटिव आने पर ही मरीज के घर के आसपास एंटी लार्वा एक्टिविटी की जाती है।
आयुष्मान के तहत फ्री इलाज
आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी, पैनल वाले प्राइवेट अस्पतालों में मरीज हेमरेजिक डेंगू फीवर और मलेरिया का इलाज फ्री करा सकता है।
यह भी है कानून
घर-कार्यालय में हुए जलभराव में मच्छर का लार्वा पनपता मिला तो स्वामी को जागरूक करते हुए सात दिन का नोटिस दिया जाता है। दूसरी बार लार्वा मिलने पर उसके खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज होगा। दोष सिद्ध होने पर 2 माह की जेल, 200 रुपये का जुर्माना भी हो सकता है।
बचाव के तरीके
-सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें।
-खिड़की दरवाजों में नेटिंग होनी चाहिए।
-घर-आसपास पानी को एकत्र न होने दें।
-शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें।
-बुखार आने पर तुरंत जांच कराएं।
मलेरिया बुखार के लक्षण
-तेज बुखार आना।
-पसीना आना।
-शरीर में दर्द और उल्टी आना।
डेंगू बुखार के लक्षण
-तेज बुखार आना।
-सिर व मांसपेशियों में दर्द।
-उल्टी आना, ग्रंथियों में सूजन।
-आंखों में दर्द होना।