यमुनानगर
शिकायत केंद्र में हैरान करने वाली आ रहीं कॉल, मैडम जी, घर के बाहर से बाइक हटवा दीजिए

शिकायत केंद्र में हैरान करने वाली आ रहीं कॉल, मैडम जी, घर के बाहर से बाइक हटवा दीजिए
मैडम जी, किसी ने घर के आगे बाइक खड़ी कर दी है, प्लीज उसे हटवा दीजिए। पड़ोसी द्वारा गली में पानी फेंका जा रहा है, वो ऐसा न करे, इसका बंदोबस्त किया जाए। पड़ोसी की दुकान पर आए दिन जमा भीड़ शोर मचाती है, जिस कारण वे परेशान हो रहे हैं, उनकी समस्या का समाधान किया जाए। इस प्रकार की अजीबोगरीब शिकायतें इन दिनों नगर निगम की ओर से स्थापित कंप्लेंड मैनेजमेंट सिस्टम (कॉल सेंटर बेस्ड शिकायत केंद्र ) पर आ रही हैं। जो शिकायत केंद्र में कॉल रिसिव करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ अधिकारियों के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। अधिकारियों का कहना है कि रोजाना दर्ज होने वाली करीब 120 शिकायतों में से 10 प्रतिशत शिकायतें अजीबोगरीब होती है।

नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी की ओर से एक दिसंबर को कॉल सेंटर की तर्ज पर कंप्लेंड मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत की गई। साथ ही लोगों की शिकायत दर्ज करने के लिए टोल फ्री नंबर 9595130130 जारी किया गया। जिस पर नगर निगम से संबंधित शिकायतों को निपटारा करने के लिए शिकायत दर्ज की जाती है। जिसके उपरांत शिकायतकर्ता को मैसेज के जरिए शिकायत नंबर दिया जाता है।
कमिश्नर व ईओ का नंबर मांगने के लिए शिकायत केंद्र पर आ रही कॉल
नगर निगम के कमिश्नर व ईओ का मोबाइल नंबर मांगने के लिए भी इन दिनों शिकायत केंद्र पर कॉल आ रही हैं। प्रतिदिन चार से पांच कॉल ऐसी ही होती है। जब कर्मचारियों की ओर से उन्हें नंबर देने से इंकार किया जाता है, तो वे उन्हें नगर निगम में आकर देखने की धमकी भी देते हैं।
48 घंटें में शिकायत के समाधान का दावा
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक कंप्लेंड मैनेजमेंट सिस्टम के तहत जो शिकायत दर्ज की जाती है, 48 घंटें के भीतर उसका समाधान किया जाता है। जिन शिकायतों के समाधान में पुलिस विभाग या फिर किसी अन्य विभाग की सहायता की जरूरत होती है, उनमें एक सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। शिकायत केंद्र का मुख्य उद्देश्य शहरवासियों को घर बैठें उसकी समस्या का निदान करना है।
स्ट्रीट लाइट व कब्जा हटवाने से संबंधित शिकायतों की भरमार
पहली दिसंबर से शुरू हुए शिकायत केंद्र में अभी तक 1200 के करीब शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। जिनमें स्ट्रीट लाइट व कब्जा हटवाने से संबंधित शिकायतों की ज्यादा भरमार है। जबकि करीब 12 प्रतिशत शिकायत बिना सिर-पैर की हैं। लोगों की शिकायत दर्ज करने के लिए सुबह नौ से शाम पांच बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। टोल फ्री नंबर को दो मोबाइल फोन शिफ्ट किया गया है। हर शिकायत की बकायदा रिकार्डिंग की जाती है। साथ ही उसे कंप्यूटर में दर्ज किया जाता है। इसके बाद मैसेज के जरिए शिकायतकर्ता को कंप्लेंड नंबर भी उपलब्ध करवाया जाता है।
कॉल सेंटर बेस्ड शिकायत केंद्र पर आने वाली शिकायतों की समीक्षा की जा रही है। लोगों से आह्वान किया किया गया है कि वास्तविक समस्याओं से संबंधित ही शिकायत दर्ज करें, ताकि उनका समाधान किया जा सकें।
अरूण कुमार, ईओ, नगर निगम, यमुनानगर-जगाधरी।
Source : Jagran