पानीपत
हरीश शर्मा की जाँच में SIT, नहीं हो रही सही दिशा

हरीश शर्मा की जाँच में SIT, नहीं हो रही सही दिशा
पूर्व पार्षद हरीश शर्मा और राजेश शर्मा आत्महत्या प्रकरण में SIT ने गुरुवार को तत्कालीन तहसील कैंप चौकी इंचार्ज, SI और दो यू-ट्यूबर्स से रोहतक बुलाकर पूछताछ की है। SIT ने पूर्व पार्षद के परिजनों को भी रोहतक बुलाया था, लेकिन उनके इंकार करने पर अब शुक्रवार को VC के माध्यम से SIT पूर्व पार्षद की बेटी अंजली शर्मा और पत्नी से पूछताछ करेगी। वहीं, पूर्व पार्षद की बेटी ने केस में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर जांच पर सवाल उठाए हैं।
पूर्व हरीश शर्मा और राजेश शर्मा आत्महत्या के मामले में रोहतक रेंज के ADGP संदीप खिरवार की अध्यक्षता में गठित SIT जांच कर रही है। SIT ने पानीपत आकर पूर्व पार्षद के परिजनों का बयान दर्ज किया था। इसके बाद भी SIT ने पूछताछ के लिए पूर्व पार्षद के परिजनों को रोहतक बुलाया, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया।
SIT ने गुरुवार को इस मामले में आरोपी तत्कालीन तहसील कैंप चौकी इंचार्ज बलजीत और SI महाबीर के साथ दो यू-ट्यूबर्स को भी रोहतक बुलाकर पूछताछ की। इस मामले में तत्कालीन SP पानीपत मनीषा चौधरी और दोनों पुलिस अफसरों के खिलाफ मॉडल टाउन थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज है। जबकि पूर्व पार्षद की बेटी ने दोनों यू-ट्यूबर्स समेत एक DSP व SP के रीडर को भी दोषी बताया था।
वहीं, पूर्व पार्षद के परिजनों के रोहतक न जाने के कारण अब SIT उनसे VC के माध्यम से पूछताछ करेगी। पूर्व पार्षद की बेटी पार्षद अंजली शर्मा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे सिटी थाने से VC में शामिल होंगी। SIT रोहतक से VC में शामिल होकर पूछताछ करेगी। VC में वह और उनकी मां शामिल रहेंगी।
सही दिशा में नहीं जा रही जांच
पार्षद अंजली शर्मा ने कहा कि उसके पिता और सहयोग के आत्महत्या की जांच सही दिशा में नहीं जा रही है। इस केस में आरोपी पुलिस अधिकारियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस केस में कोई आम आदमी शामिल होता तो पुलिस अब तक उसे जेल भेज चुकी होती। मामले में SP समेत दो पुलिस अफसर शामिल होने के कारण अब तक गिरफ्तारी भी नहीं की गई। गृह मंत्री अनिल विज के आदेश के बाद बावजूद पुलिस जांच में लीपापोती कर रही है।
यह था मामला
तहसील कैंप चौकी पुलिस ने दिवाली के दिन पटाखे बेचने के आरोप में पूर्व पार्षद हरीश शर्मा और उनकी बेटी पार्षद अंजली शर्मा समेत 10 लोगों के खिलाफ 11 धाराओं में केस दर्ज किया था। FIR में बेटी का नाम होने और पुलिस की दबिश से परेशान पूर्व पार्षद हरीश शर्मा ने 19 नवंबर को बिंझौल नहर में कूदकर जान दे दी थी। उन्हें बचाने के प्रयास में सहयोगी राजेश शर्मा की भी डूबने से मौत हो गई थी। काफी दबाव के बाद इस मामले में तत्कालीन SP पानीपत मनीषा चौधरी, तहसील कैंप चौकी इंचार्ज बलजीत और SI महाबीर के खिलाफ मॉडल टाउन थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया जा चुका है। मामले की निगरानी गृह मंत्री अनिल विज कर रहे हैं।
Source : Bhaskar