पानीपत
पहले 1 संक्रमित मिलने पर पूरी कॉलोनी होती थी सील, अब घरों तक ही सीमित

पहले 1 संक्रमित मिलने पर पूरी कॉलोनी होती थी सील, अब घरों तक ही सीमित
कोरोना कम जरूर हुआ है पर थमा नहीं है। शुक्रवार को 18 केस मिले। लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है। कोरोना जितना बढ़ा, इसकी हैसियत उतनी कम होती गई। यह सुनने में अजीब लगे, लेकिन एक समय था कि एक मरीज मिलने पर कई किलोमीटर में कर्फ्यू लगता था। पूरी कॉलोनी सील हो जाती थी। अब पानीपत में राेजाना औसतन 22 मरीज मिल रहे हैं, लेकिन ये एक-एक घर या तीन घराें तक ही सिमटे हैं।
पानीपत में पहला मरीज माॅडल टाउन का 21 वर्षीय युवक 19 मार्च काे मिला था। तब पूरे माॅडल टाउन में कर्फ्यू का माहौल था। घर के आस-पास की सब गलियाें काे सील कर पुलिस का पहरा लग गया था, 16 हजार की आबादी घराें में कैद हाे गई थी। तब 16 हजार लाेगाें की विभाग ने स्क्रीनिंग भी की थी। अब धीरे-धीरे यह दायरा सिमटता गया। अब कोरोना ग्रस्त मरीजों को घरों में ही आइसोलेट किया जा रहा है। गंभीर हालात होने पर ही कोविड-हॉस्पिटल में भर्ती किया जाता है। विभाग के डाॅक्टराें व उनकी टीम के लिए यह पता लगाना मुश्किल हाे रहा है कि आखिरकार पाॅजिटिव मिला मरीज किससे नजदीकी संपर्क में आने से संक्रमित हुआ है।
पहले पाॅजिटिव केस मिलने पर उसके संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति की जांच होती थी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी होम क्वारेंटाइन के निर्देश थे। दूसरे राज्यों से आने वालों की सैंपलिंग व क्वारेंटाइन जरूरी था। अब नजदीकी संपर्क वाले लोगों में लक्षण दिखने पर ही सैंपल लिया जाता है। संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट होने की भी जरूरत नहीं है। दूसरे राज्यों से आने वालों की सैंपलिंग और उनका क्वारेंटाइन होना भी जरूरी नहीं है। पहले कोई कोरोना रोगी मिलने पर उनके संपर्क में आए लोगों की भी ट्रेसिंग की जाती थी, ताकि कम्युनिटी संक्रमण न फैल जाए।
पहले रोगी के मोबाइल नंबर तक खंगाले जाते थे और उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जाती थी। उन लोगों पर भी नजर रखी जाती थी, लेकिन यह सिलसिला भी धीरे-धीरे कम होता गया। अब टेस्टिंग के दौरान भी संक्रमण की स्थिति का भी पता लगाया जाता है। ताकि मरीज के स्वास्थ्य की सही स्थिति जानकर इलाज किया जा सके। सीएमओ डाॅ. संतलाल वर्मा ने बताया कि मरीजाें की संख्या कम थी तब संपर्क में आए लाेगाें काे ट्रेस करना आसान था। अब संक्रमित काे ही नहीं पता रहता कि वह किसके संपर्क में आने से संक्रमित हुआ है।
इधर, जिले में माॅडल टाउन के 5 केसाें सहित 18 नए पॉजिटिव मिले
जिले में शुक्रवार काे नए केस ज्यादा मिले ताे वहीं ठीक हाेने वालाें का आंकड़ा कम रहा है। माॅडल टाउन के 5 नए केसाें सहित 18 पॉजिटिव मिले हैं। 8 लाेग काेराेना से स्वस्थ हुए हैं। इस महीने में ऐसा चाैथी बार हुआ है जब केस ज्यादा मिले और ठीक हुए हैं। नए केस ज्यादा हाेने पर गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार काे एक्टिव केसाें में 10 नए केस जुड़कर 198 का आंकड़ा हाे गया है। वहीं शुक्रवार काे रिकवरी कम हाेने के कारण रिकवरी प्रतिशत भी 0.15 प्रतिशत तक गिर गया है। जिले का रिकवरी रेट भी सुधर कर 95.21 प्रतिशत हाे गया है। इस महीने के 23 दिनाें में सिर्फ दाे बार ही 50 से ज्यादा केस मिले हैं। 15 बार 20 या उससे भी कम केस मिले हैं। वहीं 4 बार ताे 10 व उससे भी कम नए केस सामने आए हैं।
Source : Bhaskar