पानीपत
पानीपत में हत्या नहीं हुई साबित, जांच रिपोर्ट सौंपी, डूबने से हुई थी तीनों बच्चों की मौत

पानीपत में हत्या नहीं हुई साबित, जांच रिपोर्ट सौंपी, डूबने से हुई थी तीनों बच्चों की मौत
पानीपत के बिंझौल गांव के पास तीन बच्चों की मौत के मामले में जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है। तीनों बच्चों की मौत डूबकर दम घुटने से हुई है। पवन, हरिओम, अश्विनी और निर्मला पर हत्या का आरोप था। जांच में यह साबित नहीं होता कि इन्होंने तीनों बच्चों की हत्या की है।
7 जुलाई को बिझौल गांव का वंश, अरुण और लक्ष्य ब्लीच हाउस में पतंग की डोर लेने गए थे। आठ जुलाई को तीनों बच्चों के शव रजवाहे में पड़े मिले थे। स्वजनों ने हत्या का आरोप लगाकर लघु सचिवालय के सामने रोष जताया था। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था। थाना माडल टाउन पुलिस ने ब्लीच हाउस संचालक, मुनीम, जमीन के मालिक और उसकी मां सहित 10 लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया था। इसके बाद से ब्लीच हाउस बंद था। मामले की जांच एसआइटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) करनाल ने की थी।
बच्चों की मौत पर जांच रिपोर्ट
1- आरोपितों का पोलिग्राफ टेस्ट किया गया था। हरिओम, अश्विनी, निर्मला और पवन से मधुबन में पूछताछ की गई थी। इस रिपोर्ट के अनुसार आरोपितों ने सवालों का सही जवाब दिया।
2- विसरा रिपोर्ट के अनुसार जहर नहीं मिला।
3- विशेषज्ञों की राय के अनुसार, तीनों बच्चों की मौत डूबकर दम घुटने से हुई।
लाठीचार्ज पर जांच रिपोर्ट
बच्चों की मौत के बाद ग्रामीणों ने जीटी रोड पर जाम लगाया था। जाम खुलवाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस पर भी कमेटी ने ने जांच रिपोर्ट सौंपी है।
1- 11 पुलिसकर्मियों को चोट लगी थी। पुलिस पर हमले की वीडियो रिकाङ्क्षडग है।
2- डाक्टरों के अनुसार पुलिसकर्मियों को सामान्य चोट लगी। पुलिस पर हमले के आरोप में 11 लोगों को पकड़ा गया था।
3- डाक्टरों की राय के आधार पर धारा 307 हटा दी गई थी।
4- सभी आरोपितों को जमानत मिल चुकी है।
Source : Jagran