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कल भी हरियाणा में सफर करना होगा मुश्किल, जानें लें सही रूट,

हरियाणा में कल यानि 27 नवंबर को भी सफर करना मुश्किल होगा। अगर आपने सही रूट नहीं चुना तो अपनी मंजिल पर पहुंचने में काफी कठिनाई होगी। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन और दिल्ली कूच की वजह से दो दिनों से राज्य में यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। अब 27 नवंबर को यह दिक्कत घटने के बजाए बढ़ेगी। ऐसे में हरियाणा पुलिस ने ट्रैवल एडवाजरी (Travel advisory) जारी कर विभिन्न रूटों के बारे में सुझाव दिया है।
हरियाणा पुलिस ने किसान संगठनों के ‘दिल्ली चलो‘ अभियान को देखते हुए लोगों के लिए बुधवार देर शाम ट्रैवल एडवाजरी (Travel advisory) जारी की। इसमें लोगों को सलाह दी गई है कि वे हरियाणा से दिल्ली में प्रवेश करने वाले नेशनल हाइवे नंबर 10 (हिसार-रोहतक-दिल्ली) तथा नेशनल हाइवे 44 (अंबाला-पानीपत-दिल्ली) पर यात्रा करने से बचें। इन मार्गों पर यात्रा करने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
हरियाणा के डीजीपी ने कहा- पुलिस ने संयम दिखाया, लेकिन किसान उग्र हो गए व पत्थरबाजी की
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि पुलिस की फील्ड इकाइयों द्वारा सभी जिलों में संयमित तरीके से पंजाब से आ रहे किसानों को जिला बार्डर प्वांइटस पर हरियाणा में आने से रोकने का प्रयास किया गया। पुलिस ने अवरोधक लगाकर किसानों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन आंदोलनकारी किसानों ने अवैधानिक रूप से बल प्रयोग करते हुए न केवल पुलिस के बैरीकेड्स को क्षतिग्रस्त किया बल्कि आपराधिक तरीके से सभी अवरोधक को हटाते हुए आगे बढते गए।
डीजीपी ने असामाजिक तत्व भी उठा रहे किसान आंदोलन की आड़ में लाभ
डीजीपी मनोज यादव के अनुसार पुलिस ने संयम से काम लेते हुए आंदोलनकारी किसानों पर बल प्रयोग नहीं किया। इसके विपरीत, किसानों ने आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए कई स्थानों पर पुलिस पर पथराव कर कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश की। इस सारे प्रकरण में न केवल कई पुलिसकर्मियों को चोटें लगीं बल्कि पुलिस की गाड़ियों सहित निजी वाहनों को नुकसान पहुंचाते हुए उनके शीशे भी तोडे़ गए।
डीजीपी ने कहा कि किसान आंदोलन से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर विशेषकर पानीपत-करनाल, करनाल-कुरूक्षे़त्र तथा कुरूक्षेत्र-अंबाला के बीच यात्रा करने में आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
डीजीपी मनोज यादव ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ असामाजिक व शरारती तत्व भी सार्वजनिक सम्पति को नुकसान पहुंचाने की काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपने दिल्ली चलो अभियान को राज्य व देशहित को देखते हुए वापस लेने की अपील भी की।