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एसआइटी ने नहर में छलांग लगाने का घटनाक्रम दोहराया, जांच के बाद चौकी इंचार्ज सस्पेंड

एसआइटी ने नहर में छलांग लगाने का घटनाक्रम दोहराया, जांच के बाद चौकी इंचार्ज सस्पेंड
पूर्व पार्षद हरीश शर्मा के नहर में छलांग लगाने के मामले में गृहमंत्री अनिल विज के आदेश पर एडीजीपी संदीप खिरवार की अध्यक्षता में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने शुक्रवार सुबह नहर के पास पहुंचकर घटनाक्रम को फिर से दोहराया। चश्मदीद सोनू सलूजा को साथ लेकर नहर के दोनों किनारों पर पुलिस की टीम रही। किस तरह हरीश शर्मा ने कपड़े उतारे, आवाज लगाकर हरीश को नहर में कूदने से बचाने का प्रयास किया, हरीश के कूदते ही बचाने के लिए जैसे भाई सतीश शर्मा ने छलांग लगाई, वैसे ही एक गोताखोर ने छलांग लगाई। डिपो होल्डर राजेश शर्मा की तरह एक युवक बचाने के लिए कूदा। सोनू से आवाज लगवाई, यह जानना चाहा कि नहर पर दूसरे किनारे आवाज पहुंचती है या नहीं। दोहराए गए इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाया गया। इस बीच, शाम होते-होते एसआइटी की जांच के दौरान ही तहसील कैंप चौकी इंचार्ज बलजीत और एएसआइ महावीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। उधर, 29 घंटे बाद डिपो होल्डर का शव सिवाह बाईपास के पास मिल गया। हरीश शर्मा की तलाश जारी है।
सोनू से लगवाई दौड़, बुजुर्ग पाली के लिए बयान
सोनू ने अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम बारे विस्तार से बताया। टीम ने नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे पर आवाज लगवा कर और सोनू के बताए घटनाक्रम के अनुसार उसे दौड़ाकर भी देखा। चश्मदीद पाली भीरा को भी एसआइटी ने मौके पर बुलाया। भीरा ने नहर में डूबते दो व्यक्तियों को देखने का जिक्र किया।
राजेश के परिवार ने गांव से 32 लोगों को बुलाया, इन्होंने की तलाश
दिल्ली पैरलल नहर का जलस्तर मूनक से कम कराया गया है। वीरवार शाम को नहर का जलस्तर चार फीट था, वहीं शुक्रवार सुबह 10 बजे तक नहर में लगभग डेढ़ फीट पानी रह गया है। गोताखोरों के काम से असंतुष्ट राजेश के भाई सुरेंद्र शर्मा उर्फ पप्पू अपने पैतृक गांव राक्सेड़ा से 32 ग्रामीणों को बुलाकर लाए। इन्होंने 16-16 लोगों की दो टीमें बनाकर महराणा और नारायणा गांव के पास नहर में तलाश की।
एसआइटी की जांच इस तरह चली
1- शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे एफएसएल और डॉग स्क्वाड के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। 2- हरीश शर्मा के छोटे भाई सतीश शर्मा, दोस्त सोनू सलूजा और गवाहों को मौके पर बुलाकर घटनाक्रम की जानकारी ली। ह 3- एसआइटी का नेतृत्व कर रहे एडीजीपी संदीप खिरवार, एसपी राहुल शर्मा, गोहाना के एएसपी उदय सिंह मीणा ने थाना शहर प्रभारी योगेश, एसआइ बलजीत और ईएसआइ महावीर से पूछताछ की। 4- पटाखे बिक्री की सूचना से लेकर हंगामे के बाद की गई दर्ज किए गए केस की रिपोर्ट मांगी। कार्रवाई करते हुए एसआइ बलजीत और ईएसआइ महावीर को सस्पेंड कर दिया। अधिकारियों ने अधिकतर सवालों के जवाब को जांच रिपोर्ट का विषय बता जानकारी देने से इन्कार कर दिया।
Source : Bhaskar